Thursday 15 September 2011

देश की अखंडता पर फिर से चीन का प्रहार


लेह। देश की अखंडता पर चीन ने एक बार फिर से प्रहार किया है। लेह में न्योमा सेक्टर के चुमार डिवीजन में चीनी सेना भारतीय क्षेत्र में डेढ़ किलोमीटर भीतर तक घुस आई है। उसने वहां पर भारतीय मौजूदगी के चिह्नों को नष्ट करते हुए वहां पर अपना कब्जा साबित करने की कोशिश की है। चीनी सेना ने इलाके में भारतीय सेना के खाली पड़े बंकरों नष्ट कर दिया है और वे टेंट भी उखाड़ फेंके हैं, जिनमें निगरानी के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस [आइटीबीपी] के जवान रहते थे। यह घुसपैठ कश्मीर में लेह से 300 किलोमीटर दूर चीन सीमा के निकट हुई है।
इस बारे में स्त्रोतों से दो अलग तरह की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। एक सूचना के अनुसार चीनी सैनिकों को लेकर आया हेलीकॉप्टर भारतीय सीमा में डेढ़ किलोमीटर अंदर उतरा और उसके बाद उसने बंकर आदि नष्ट किए। जबकि एक अन्य स्त्रोत के अनुसार चीनी हेलीकॉप्टर चीन की सीमा में ही उतरा और वहां से सैनिक पैदल मार्च करते हुए भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुए। कुछ लोग चीनी सैनिकों के दो हेलीकॉप्टरों में आने की बात कह रहे हैं। भारतीय सेना ने ऐसी किसी घुसपैठ से इंकार किया है। जबकि कश्मीर सरकार के अधिकारियों द्वारा इस बारे में सूचना मुख्यालय को दी गई है।
ऊधमपुर स्थित सेना के उत्तरी कमान मुख्यालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने भारतीय सीमा में किसी विदेशी हेलीकॉप्टर के उतरने या घुसपैठ से स्पष्ट इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि बंकर तोड़े जाने की रिपोर्ट नहीं है। जबकि सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि चुमार इलाके में वास्तव में भारत और चीन के बीच स्पष्ट सीमा रेखा नहीं है। इसके चलते हमेशा असमंजस का भाव रहता है। उल्लेखनीय है कि चुमार इलाके में ही घुसपैठ होने की सूचना है।
जुलाई, 2009 में भी चीनी सेना माउंट ग्या इलाके में डेढ़ किलोमीटर भीतर तक घुस आई है। इस इलाके में भारत और चीन के बीच स्पष्ट अंतरराष्ट्रीय सीमा है। वहां पर पत्थरों को लाल पेंट से रंग दिया गया है और कई स्थानों पर 'चीन' भी लिखा हुआ है। 21 जून, 2009 को भी एक चीनी हेलीकॉप्टर के चुमार इलाके में आने की सूचना मिली थी, जिससे खाने के कुछ पैकेट नीचे गिराए गए थे।

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